भारत जैसे देश में रेल यातायात सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। लाखों की तादाद में लोग रेल से सफर करते हैं और अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं। लगातार यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए काम कर रहा है। लेकिन अब रेलवे के समांतर निजी क्षेत्र की ट्रेन की पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार हो चुकी है। आपका बता दें कि रेलवे बोर्ड ने 100 दिन के एक्शन प्लान में देश की दो प्रीमियम ट्रेनों को निजी क्षेत्र की मदद से उड़ाने की योजना बनाई है।
लखनऊ से दिल्ली के बीच शुरू होगी हाई स्पीड ट्रैन
बताया जा रहा है कि पहली ट्रेन लखनऊ से दिल्ली के बीच चलाई जा रही है। जबकि दूसरी ट्रेन दक्षिण भारत में चलाई जा सकती है। गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली वे देश के हर कोने कोने से हजारों लोग हर रोज जाते हैं। देश के व्यापारी वर्ग से आम लोग हर रोज किसी न किसी काम के सिलसिले में दिल्ली पहुंचते हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से दिल्ली जाने वाली इस ट्रैन का नाम तेजस एक्सप्रेस है।
जल्द शुरू हो जाएगा परिचालन
लखनऊ पहुंची तेजस एक्सप्रेस को निजी क्षेत्र की मदद से चलाया जाएगा। जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस ट्रैन के शुरूआती दौर में टिकटिंग, बोर्डिंग और खानपान की जिम्मेदारी रेलवे की संस्था भारतीय रेलवे खानपान टूरिज्म कारपोरेशन की होगी। जिसे बाद में एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रस्ट के जरिए ऊंची बोली लगाने वाली निजी कंपनी को सौंपा जाएगा।
दो सौ किमी की रफ्तार से पटरी पर
आपको बता दें कि अगले महीने यानी कि जुलाई के आखिर तक लखनऊ और दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का परिचालन शुरू हो जाएगा। दो सौ किमी की रफ्तार से लखनऊ से आनंदविहार के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का शेड्यूल जारी हो गया है। बताया जा रहा है कि इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को शताब्दी एक्सप्रेस से करीब 1 घंटा कम समय लगेगा दिल्ली पहुंचने में।