देश में एक बार फिर से बढ़ रही माब लिंचिंग की घटनाओं को देखते हुए ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार को घेरा है। गौरतलब है कि हाल ही में झारखंड में तबरेज अंसारी नाम के मुस्लिम शख्स को जय श्री राम का नारा ना लगाने की वजह से भीड़ ने पीट-पीटकर मार दिया था।
मोब लिंचिंग की घटनाओं पर बरसे ओवैसी
आपको बता दें कि इस मामले में देश के कई राज्यों में विरोध दर्ज कराया जा चुका है। संसद में भी विपक्षी दलों ने इस मामले पर मोदी सरकार को घेरा था। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि भारत में इस तरह की चीजों को स्वीकार नहीं किया जाएगा। अब यह मामला संयुक्त राष्ट्र तक पहुंच चुका है।
सयुंक्त राष्ट्र में उठा मॉब लिंचिंग का मुद्दा
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि शाबाश, संघी मॉब लिंचर्स आपने अपने मानवीय कारणों की वजह से भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाई है अब इस बात का जिक्र संयुक्त राष्ट्र में भी किया जा रहा है। स्कॉटलैंड के जज ने बिल्कुल ठीक कहा है यह संविधान की लिंचिंग हो रही है।
ट्वीट में ओवैसी ने पोस्ट की यूएन की वीडियो
असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार भारत की इकॉनमी को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना चाहती है। लेकिन इस देश में नफरत को संवैधानिक रूप दिया जा रहा है। इसके साथ-साथ असादुद्दीन ओवैसी ने वह वीडियो भी ट्वीट में पोस्ट किया है। जिसमें संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग का जिक्र कर रहा है। इस वीडियो में एनजीओ द्वारा यह कहा जा रहा है कि तबरेज अंसारी को झारखंड में हिंदू कट्टर वादियों की भीड़ ने जय श्री राम का नारा ना लगाने की वजह से मार दिया। इसके अलावा एक मुस्लिम टीचर की पिटाई भी की गई है।