दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रह चुकी शीला दीक्षित कल इस दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं। 81 साल की उम्र में शीला दीक्षित का दिल्ली के एस्कॉर्ट अस्पताल में निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि वह बीते काफी समय से बीमार चल रही थी और शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। इस दुखद घटना पर कई राजनेताओं ने सोशल मीडिया पर शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि दी है।
81 साल की उम्र में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री का निधन
गौरतलब है कि शीला दीक्षित अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत से ही कांग्रेस से जुड़ी हुई थी और वह अक्सर कांग्रेस के लिए काफी विक्रम बंद रहती थी बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हुई हार के बाद वह पार्टी के भविष्य को लेकर काफी परेशान थी। आपको बता दें कि शीला दीक्षित ने अपनी आखिरी सांस लेने से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए आखरी संदेश दिया था।
आखिरी सांस तक थी कांग्रेस की चिंता
इस सन्देश में उन्होंने यह कहा था कि कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करें। जब तक उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी और प्रदेश सरकार के बीच गतिरोध खत्म नहीं होता। बताया जाता है कि इस प्रदर्शन में शीला दीक्षित शामिल नहीं हो पाई थी। इसलिए उनकी जगह प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ ने उनका नेतृत्व किया था।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम दिया ये सन्देश
गौरतलब है कि बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में जमीन विवाद को लेकर 10 लोगों की मौत हो गई और पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी को पुलिस द्वारा रोका गया और हिरासत में ले लिया गया था। जिसके बाद वह धरने पर बैठ गई थी। इसलिए दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सलाह दी थी कि वह प्रियंका गांधी के साथ डटे रहे और बीजेपी कार्यालय के बाहर जाकर भी प्रदर्शन करें।