भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव(Kapil Dev) ने एक तरह से टीम इंडिया के कान खोल ते हुए इस बात का मुंह खोल दिया है कि आधुनिक क्रिकेट में खिलाड़ियों को दबाव से कैसे निपटना चाहिए।
1983 वर्ल्ड कप में दमदार पारी खेलकर टीम इंडिया को दुनिया के इतिहास का पहला वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कपिल देव नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत माने जाते हैं.
कपिल देव को हमेशा कई खिलाड़ियों और कोचों की तुलना में प्यार भरी भाषा में टीम इंडिया की तारीफ करते देखा गया है लेकिन इस बार कपिल देव ने बेहद सीधी टिप्पणी की है।
Nailed it 👏🏽👏🏽 @therealkapildev pic.twitter.com/Wbs86nyEQh
— Aces Middle East (@Aces_sports) October 8, 2022
कपिल देव (Kapil Dev Viral news)कहते हैं, ‘मैंने अक्सर सुना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलते हुए खिलाड़ी काफी दबाव में रहते हैं। मुझे लगता है कि अगर आप दबाव महसूस कर रहे हैं, तो मत खेलो।
यह बहुत सरल है। टीवी पर क्रिकेट के बारे में चर्चा सुनते समय अक्सर ‘दबाव’ शब्द सुनने वाले खिलाड़ियों के लिए एक ही सलाह है कि उन्हें नहीं खेलना चाहिए।
बाद में कपिल देव ने भी डिप्रेशन या डिप्रेशन के मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए सफाई दी। वह कहते हैं, “ईमानदारी से कहूं तो, मुझे दबाव और अवसाद जैसे अमेरिकी शब्द भी नहीं पता हैं, मैं एक किसान हूं, मैं कड़ी मेहनत जानता हूं। जो कोई भी खेल से प्यार करता है वह कभी दबाव महसूस नहीं करेगा। यदि आपके पास जुनून है, तो आप दबाव महसूस नहीं करेंगे।
इस बीच कपिल देव के बयान के बाद विवाद होने की संभावना है क्योंकि हाल के दिनों में कई क्रिकेटर अपने मानसिक संघर्ष और अवसाद के बारे में खुलकर बात कर चुके हैं। टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli Viral news)ने भी हाल ही में अपने मुश्किल दौर में दबाव झेलने के लिए संघर्ष करने की बात स्वीकार की थी।
भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप 2022 की तैयारियों में जुटी हुई है। उन्होंने न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैचों से पहले भारत के अभ्यास सत्र की शुरुआत कर दी है।